बहराइच कांड में मृतक रामगोपाल की पत्नी रोली नें मुख्यमंत्री से रोते हुए कहा कि मैं तो मात्र पच्चासी दिनों में ही हो गई विधवा

∆∆•• मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एलान इस अक्षम्य अपराध के लिए दोषियों को किसी भी कीमत पर नहीं बख्शेंगे, अधिकारियों को दिया आदेश, पीड़ित परिवार की हरसंभव की जाए मदद

अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी

उत्तर प्रदेश के बहराइच में भड़की हिंसा में रामगोपाल मिश्रा नाम के युवक की हत्या कर दी गई थी। दुर्गा पूजा विसर्जन के दौरान यह हिंसा भड़की हुई थी, जिसमें रामगोपाल मिश्रा की हत्या बर्बरता पूर्ण तरीके से की गई है। उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें मंगलवार को रामगोपाल के परिजनों से मुलाकात की। इस बीच रामगोपाल की पोस्टमार्टम रिपोर्ट बताती है कि किस तरीके से उसके साथ बर्बरता की गई। पोस्टमार्टम रिपोर्ट में सामने आया है कि रामगोपाल के शरीर से 30 से अधिक छर्रे निकले हैं, जो उसकी मौत की वजह बन गए।

प्राप्त जानकारी के अनुसार रामगोपाल की हत्या हमीद के घर के अंदर हुई है। हमीद और सलमान के घर के सदस्यों नें रामगोपाल को पकड़ा था और उसे अंदर लेकर गए थे। जब यह हिंसा हुई और भीड़ भाग गई तो रामगोपाल अकेला पड़ गया था। इस दौरान सलमान और हमीद उसे अपने घर में खींच कर ले गए। इसके बाद पिलास से रामगोपाल के दोनों पैर के अंगूठे के नाखूनों को उखाड़ दिया। इसके बाद कुछ लोगों नें शोर मचाया और भीड़ फिर से हमीद के घर पर आ रही थी। इस बीच सलमान नें 12 बोर की बंदूक से रामगोपाल के सीने को छलनी कर दिया। पुलिस नें किसी तरह से रामगोपाल को हमीद के घर से निकाला लेकिन रास्ते में ही उसकी मौत हो गई। जिला अस्पताल में उसे मृत घोषित किया गया।

बताया जा रहा है कि मूर्ति विसर्जन के लिए मूर्ति ले जा रहे थे। इस दौरान दूसरे समुदाय के लोग डीजे बजाने को लेकर आपत्ति जताने लगे लेकिन जुलूस में शामिल लोगों नें डीजे बंद करने से मना कर दिया। इस बीच छतों के ऊपर से पथराव शुरू हो गया।

सूत्रों के अनुसार एक युवक नें मूर्ति पर लगा झंडा खींचकर फाड़ दिया, जिसके बाद रामगोपाल, हमीद की छत पर चढ़कर वहां लगे हरे झंडे को नोचने लगा। इसी दौरान पुलिस नें विसर्जन में शामिल लोगों पर लाठीचार्ज कर दिया और भीड़ भाग गई। लेकिन रामगोपाल अकेला हो गया और उसे हमीद और सलमान अपने घर में खींचकर लेकर चले गए और मार डाला।

बहराइच हिंसा में मारे गए राम गोपाल मिश्रा के घर वालों से मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ नें मुलाकात किया। इस दौरान मृतक के पिता कैलाश मिश्रा, मां और पत्नी रोली रोने लगी। मां मुन्नी देवी नें बिखलते हुए कहा कि उनके बेटे को बेरहमी से पीट-पीटकर मार डाला। हमारा सब कुछ छिन गया।

पत्नी रोली भी घूंघट डाले मुख्यमंत्री के सामने बैठी रही। उसनें रोते हुए कहा कि उसकी दुनिया ही उजड़ गई है, हमें न्याय चाहिए, विगत कुछ महीने पहले ही राम गोपाल नें रोली से प्रेम विवाह किया था। दोनों सिर्फ, 85 दिन ही साथ रह पाए।

मृतक राम गोपाल के पिता भी 22 साल के जवान बेटे की हत्या की बात करते-करते रो पड़े। उन्होंने गमछे से अपने आंसू पोछे। कुछ देर के लिए मुख्यमंत्री कार्यालय में सन्नाटा छा गया, इस दौरान मुख्यमंत्री सभी को देखते रहे और फिर ढांढस बंधाते हुए बोले-आपकी पूरी मदद की जाएगी। योगी नें परिवार को दस लाख रुपये, एक प्रधानमंत्री आवास, आयुष्मान कार्ड और पत्नी रोली को संविदा पर नौकरी देने की बात कही।

मां को रोता देख मुख्यमंत्री योगी नें हाथ जोड़े, करीब 30 मिनट की मुलाकात के दौरान राम गोपाल की पत्नी, मां और पिता रोए जा रहे थे। योगी नें हाथ जोड़कर कहा कि आपको न्याय मिलेगा। उन्होंने अधिकारियों को परिवार की मदद के निर्देश दिए। कहा कि परिवार को किसी भी तरह की परेशानी नहीं होनी चाहिए। मुख्यमंत्री नें परिजनों से पूरा घटनाक्रम भी जाना।

मुख्यमंत्री नें परिवार से कहा- जो भी कुछ हुआ वह दुर्भाग्यपूर्ण था। आश्वस्त रहिए पीड़ित परिवार को न्याय दिलाना सरकार की शीर्ष प्राथमिकता है। इस अक्षम्य घटना के दोषियों को किसी भी कीमत पर बख्शा नहीं जाएगा। मंगलवार को बहराइच के महसी से भाजपा विधायक सुरेश्वर सिंह पीड़ित परिवार को लेकर लखनऊ पहुंचे और उनकी मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात कराया।

मुख्यमंत्री योगी से मुलाकात करने से पहले लखनऊ पहुंचे राम गोपाल के पिता कैलाश नाथ मिश्रा नें मीडिया से बात की। उन्होंने कहा- मेरे बेटे की गोली मारकर हत्या की गई है। घटना के जो भी दोषी हैं, उन्हें कड़ी सजा दी जाए।

पत्नी रोली के अनुसार, “उस दिन गांव में भंडारा था, पति वहीं खाना बना रहे थे। लौटे तो कहा कि मैं विसर्जन में जा रहा हूं। मैंने बाइक की चाबी छिपा दिया था। कह रही थी, मत जाइए। उन्होंने जिद किया और चले गए। शाम को 5 बजे कुछ लोगों नें फोन करके बताया कि गोली लगी है।” रोली नें बताया- उस समय हमसे कहा गया कि पैर में लगी है, जान नहीं जाएगी। हम अस्पताल पहुंचे, वहां जो देखा, वह बहुत भयानक था, मेरे पति को बेदर्दी से मारा गया था। उनके गले पर चाकू के निशान थे, पैर के सारे नाखूनों को प्लास से खींच लिया गया था और हाथ और पेट में गोलियों के निशान थे। एकदम जानवरों की तरह मारा गया। अब मुझे सिर्फ न्याय चाहिए।”

रोली नें बताया कि उसकी राम गोपाल से करीब 85 दिन पहले मंदिर में शादी हुई थी। शादी में बहुत कम लोग शामिल हुए थे। शादी के बाद दोनों पक्षों के लोगों नें इस रिश्ते को मान लिया था। राम गोपाल पहले लखनऊ में रहते थे। अब गांव में ही रहकर छोटी-छोटी पार्टियों में खाना बनाने का काम करते थे।

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