अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
कुछ दिन पूर्व हुए पति-पत्नी के विवाद को सुलझाने गए सिपाही का महिला से संबंध हो गया, और महिला से पीछा छुड़ाने के लिए सिपाही नें महिला की हत्या कर दिया।
उक्त पूरा मामला अमेठी जनपद का है जहां पर सिपाही नें ही साथ रहने का दबाव बनाने पर महिला व्यवसायी की गला दबाकर हत्या कर दिया था। सोमवार की सुबह पति की तहरीर पर सिपाही पर मुकदमा पंजीकृत करने के बाद पुलिस नें ककवा मार्ग से उसे गिरफ्तार कर लिया है और पुलिस नें घटना में प्रयुक्त मोटरसाइकिल एवं दुपट्टा को बरामद कर लिया है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार अमेठी कोतवाली अंतर्गत सुल्तानपुर रोड स्थित महिला व्यवसायी दिव्या अग्रहरि की हत्या के मामले में पति नें सिपाही पर हत्या का आरोप लगाया था। इसी के साथ पुलिस द्वारा 36 घंटों तक पति आलोक अग्रहरि को हिरासत में लेकर मामले को दबाने की कोशिश भी फ्लाॅप हो गई। रविवार को हंगामे के बीच पुलिस नें किसी तरह देर रात परिजनों पर दबाव बनाकर सुल्तानपुर के गोमती नदी के श्मशान घाट पर मृतका के शव का अंतिम संस्कार करवा दिया।
अंतिम संस्कार होने के बाद पुलिस नें पति की तहरीर पर सोमवार की सुबह औरैया जिले के फफूद थाना क्षेत्र के कनौति गांव निवासी व वर्तमान में डायल 112 में तैनात सिपाही रवि कुमार के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत किया। मुकदमा पंजीकृत होने के बाद भी पुलिस पूरे दिन मीडिया कर्मियों को गुमराह करती रही। अंत में देर शाम पुलिस नें हाईप्रोफाइल मामले की मीडिया ब्रीफिंग करने के बजाए प्रेस नोट जारी कर महिला व्यवसायी के हत्या मामले का खुलासा करने का दावा किया।
पुलिस का दावा है कि सीसीटीवी फुटेज की मदद से आरोपी सिपाही की पहचान होने के बाद ककवा मार्ग के पास से उसे गिरफ्तार किया गया है। सिपाही नें पूछताछ में बताया कि सितंबर माह में डायल 112 पर तैनाती के दौरान मृतका और उसके पति के बीच झगड़े की सूचना पर वह उसके घर गया था। तभी से वह मृतका के संपर्क था। कुछ दिनों से दिव्या अग्रहरि और उसके बीच व्यक्तिगत बातों को लेकर बहस होने लगी और मृतका साथ रहने का दबाव बनाने लगी।
28 दिसंबर को सिपाही उसके घर पहुंचा और निजी बातों को लेकर कहासुनी के दौरान मृतका के दुपट्टे से गला घोंटकर उसकी हत्या कर दिया। हत्या के बाद शव को दरवाजे की कुंडी से लटका दिया। इसके बाद मृतका का मोबाइल ले जाकर तोड़कर फेंक दिया। वहीं चर्चा है कि पांच लाख रुपये की मांग सिपाही से मृतका नें किया था, इसी कारण सिपाही नें उसे मौत के घाट उतार दिया। मृतका के पति आलोक के अनुसार तीन महीने पूर्व पत्नी से मामूली कहासुनी हुई थी, जिस पर सिपाही मौके पर आए हुए थे। आरोपी सिपाही नें पत्नी का पक्ष लेकर काफी कुछ कहा था, उसके बाद वह अक्सर घर आने लगा।
चर्चा है कि दिव्या अग्रहरि के घर के सामने रहने वाले एडवोकेट के घर पर सीसीटीवी कैमरा लगा हुआ है, उक्त बात सिपाही को पता था, इसी कारण से सिपाही कैमरे से बचने के लिए घर के बगल पीछे के रास्ते से आता था।
एएसपी अमेठी हरेंद्र कुमार के अनुसार विवेचना के दौरान सीसीटीवी फुटेज व मृतका के मोबाइल की कॉल डिटेल की मदद से मामले का अनावरण किया गया है। मामले में आरोपी सिपाही रवि कुमार को गिरफ्तार करने के बाद उसका चालान न्यायालय में भेजा गया है। मामले में निष्पक्ष व पारदर्शी ढंग से जांच करने के बाद कार्रवाई की गई है। सिपाही नें हत्या करने की बात स्वीकार किया है।