∆∆•• पंच दिवसीय हनुमंत कथा
अजीत पार्थ न्यूज बनकटी बस्ती
विकास खंड के महादेवा चौराहे पर स्थित राम मड़ैया पर पंच दिवसीय हनुमंत कथा के चतुर्थ दिवस उपस्थित श्रद्धालुओं को संगीतमयी श्री हनुमंत कथा श्रवण कराते हुए अवधधाम से पधारे राष्ट्रीय संत एवं रामकथा मर्मज्ञ अवधेश जी महाराज नें कथा का विस्तार करते हुए बताया कि श्री हनुमान जी महाराज अपनें भक्तों का गुरुदेव के रूप में प्रतिक्षण रक्षा करते हैं। हनुमान जी अतुलित बल और बुद्धि के भंडार हैं, लेकिन समय समय पर उनके अथाह बल का आभास दिलाना पड़ता है। सम्पूर्ण रामायण में जामवंत जी एक ऐसे पात्र हैं जिन्हें राम रावण युद्ध के दौरान किसी से भी युद्ध नहीं लड़ना पड़ा। रावण भी अपने महारथियों को आदेशित किया था कि कोई भी योद्धा जामवंत जी को किसी भी प्रकार की क्षति नहीं पहुंचाएगा, क्योंकि रावण यह जानता था कि जामवंत जी साक्षात ब्रह्मा जी के अवतार हैं, और जिन पर ब्रह्मा जी की कुदृष्टि पड़ जाएगी उसे संसार में कोई नहीं बचा पायेगा।
उन्होंने श्रद्धालुओं को कथा का मर्म बताते हुए कहा कि अविश्वास करने से व्यक्ति अपने पथ से दिग्भ्रमित हो जाता है। सुग्रीव नें पहले भगवान राम पर अविश्वास किया था,जिसका समाधान हनुमान जी महाराज नें किया था।
इस दौरान प्रमुख रूप से कथा आयोजक डॉ.आरपी शुक्ल, खंड विकास अधिकारी बनकटी भवानी प्रसाद शुक्ल, रघुनाथ सिंह, ओमप्रकाश सिंह, जगदंबा शुक्ल, विवेकानंद शुक्ल, रविचंद्र पांडेय, राजेश शुक्ल विमल, ब्रह्मानंद शुक्ल, रामू उपाध्याय, राजेन्द्र शुक्ल, शिवांशु शुक्ल, नरेंद्र मणि त्रिपाठी, महेंद्र मणि त्रिपाठी, डिंपल चौधरी, डॉ.अनुराधा पांडेय सहित तमाम लोग मौजूद रहे।