अजीत पार्थ न्यूज बस्ती
पुलिस की प्रताड़ना से मृत हुए किशोर आदर्श उपाध्याय को आखिरकार मृत्यु के करीब 24 घंटे बाद आधा-अधूरा न्याय मिल पाया। उल्लेखनीय है कि जनपद में पहली बार एक किशोर की मौत पर सभी दलों के सजातीय नेता एकजुट होकर लड़ाई लड़े और भाजपा जिलाध्यक्ष की विशेष पहल पर थानाध्यक्ष दुबौलिया जितेंद्र कुमार सिंह को लाइन हाजिर होने के साथ घटना में संलिप्त दारोगा अजय गौड़ एवं सिपाही शिवम सिंह को निलंबित होना पड़ा। इसके बाद भी मृतक आदर्श के परिजन तमाम दलों के नेताओं के साथ जिलाधिकारी कार्यालय पर घटना की विशेष जांच कराने एवं आरोपी पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा पंजीकृत कराने हेतु धरने पर बैठे रहे।
धरने पर बैठे विभिन्न दलों के नेता
उक्त मामले की नींव विगत सोमवार की शाम करीब चार बजे पड़ी,जब दुबौलिया थाना क्षेत्र के दो सिपाही उभाई ग्राम में पहुंचकर 16 वर्षीय किशोर आदर्श उपाध्याय पुत्र ओमप्रकाश उपाध्याय को पूछताछ हेतु वाहन पर बैठाकर थाने ले जाते हैं। उक्त मामला सुर्ती के लेन-देन से संबंधित था, जिसकी शिकायत गांव के ही अशोक गुप्ता नें किया था। थाने ले जाकर पुलिसकर्मियों द्वारा आदर्श की जमकर पिटाई की जाती है,और मंगलवार को दोपहर उभाई ग्राम में लाकर उसे छोड़ दिया जाता है। घर पर पहुंचते ही किशोर आदर्श उपाध्याय को खून की उल्टियां होने लगती हैं और परिजन आनन-फानन में उसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र हरैया ले गए, जहां से उसे जिला अस्पताल बस्ती के लिए रेफर कर दिया गया। जिला अस्पताल ले जाते समय रास्ते में ही आदर्श उपाध्याय की मौत हो गई।
मृतक किशोर आदर्श उपाध्याय का घर
उक्त घटना से पूरे जनपद में पुलिस के प्रति हर वर्ग की नाराजगी देखी गई।उस समय मौके पर पहुंचे भाजपा नेता सुदामा पांडेय नें मौके पर मौजूद क्षेत्राधिकारियों से तीखी बहस करते हुए अपना तर्क रखा, आखिरकार काफी मान-मनौव्वल के बाद पुलिस नें शव को अपने कब्जे में लेकर मर्चरी में रखवा दिया। बुधवार की सुबह पूरे जनपद का पारा चढ़ गया और विधायक हरैया अजय सिंह, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजकिशोर सिंह, पूर्व विधायक चंद्र प्रकाश शुक्ला, सपा नेता प्रवीण पाठक एवं सपा विधायक महेंद्र नाथ यादव नें उक्त घटना में दोषियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग किया। उक्त मामले को संज्ञान में लेते हुए पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्र काफी सख्त लहजे में जिलाधिकारी रवीश गुप्ता एवं पुलिस अधीक्षक अभिनंदन से वार्ता किया। इस दौरान पुलिस द्वारा पोस्टमार्टम कराए जाने के बाद बताया गया कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट में मौत का कारण स्पष्ट नहीं है, जिससे पोस्टमार्टम हाउस पर मौजूद परिजन सहित विभिन्न पार्टी के नेताओं उग्र हो गए और नारे लगाते हुए जिलाधिकारी कार्यालय पर धरने पर बैठ गए। आखिरकार जिलाधिकारी नें मामले का संज्ञान लिया और पुलिस अधीक्षक से वार्ता कर थानाध्यक्ष दुबौलिया जितेंद्र कुमार सिंह को लाइन हाजिर करने एवं घटना में संलिप्त दारोगा अजय गौड़ तथा सिपाही शिवम सिंह को निलंबित कर दिया।
परिजनों की मांग है कि वह शव का अंतिम संस्कार तभी करेंगे जब संबंधित आरोपियों के खिलाफ हत्या का मुकदमा दर्ज होने के साथ-साथ मामले की मजिस्ट्रेटी जांच कराई जाए तथा पीड़ित परिवार को मुआवजा दिया जाए। उल्लेखनीय कि मृतक आदर्श बहुत ही गरीब घर का लड़का है। आज भी मकान के नाम पर घर पर मात्र कुछ फिट की ऊंचाई पर टीनशैड रखा हुआ है। फिलहाल प्रशासन घटना पर नजर बनाए हुए है और इसी कड़ी में भारतीय जनता पार्टी के नवनिर्वाचित जिलाध्यक्ष विवेकानंद मिश्र नें 27 मार्च को महादेवा विधानसभा में होने वाले स्वागत एवं अभिनंदन समारोह को स्थगित कर दिया है।