अजीत पार्थ न्यूज एजेंसी
अभियुक्तों को छोड़ने के लिए घूस के रूप में नौ लाख रुपये लिए जाने की सूचना पर आईपीएस अधिकारी नें थाने पर छापा मार दिया। इसी दौरान सायरन की आवाज सुनकर इंस्पेक्टर साहब बिस्तर पर नौ लाख रुपये छोड़कर दीवार फांदकर भाग निकले।
पूरा मामला बरेली जनपद का है, जहां पर थाना फरीदपुर में इंस्पेक्टर द्वारा नौ लाख रुपये की रिश्वत लेते समय आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक नें छापा मार दिया गया, इसके बाद थाने की दीवार फांदकर इंस्पेक्टर साहब भाग निकले। सूचना के अनुसार आईपीएस अधिकारी नें फोर्स के साथ उनके आवास पर छापा मारा, तो वहां से सायरन की आवाज सुनकर भाग गए। पुलिस को कमरे के बेड पर नोट पड़े हुए मिले उन नोटों की गिनती करने पर कुल नौ लाख रुपये बरामद हुए। पुलिस नें इंस्पेक्टर पर भ्रष्टाचार से संबंधित मुकदमा पंजीकृत किया है एवं आरोपी इंस्पेक्टर की गिरफ्तारी के लिए दबिश जारी है।
प्राप्त जानकारी के अनुसार फरीदपुर थाने में रामसेवक इंस्पेक्टर पद पर तैनात हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अनुराग आर्य के निर्देश पर आईपीएस अधिकारी मानुष पारीक नें थाने पर छापा मारा। इंस्पेक्टर के थाने के आवास में पुलिस टीम पहुंची तो वहां बेड पर ढेर सारा रुपया रखा हुआ मिला। इंस्पेक्टर थाने में दीवार फांदकर फरार हो गए। इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए टीमें लगाई गई हैं। जल्द ही इस घटना का बड़ा खुलासा किया जाना है।
बरेली के फरीदपुर थाना प्रभारी रामसेवक के खिलाफ कुछ दिन से शिकायत मिल रही थी। अधिकारियों ने बताया कि फरीदपुर पुलिस नें स्मैक तस्कर नवदिया निवासी आलम, मोहम्मद इस्लाम, नियाज अहमद को पकड़ा था। इन सभी को छोड़ने के लिए इंस्पेक्टर फरीदपुर रामसेवक ने नौ लाख रुपये लिए। यह पैसा थाने के आवास के बेडरूम में लिया गया। जानकारी एसएसपी अनुराग आर्य व एसपी दक्षिण को मिली। जैसे ही मानुष पारीक थाने में पहुंचे तभी इंस्पेक्टर दीवार फांदकर भाग निकला। इंस्पेक्टर को पकड़ने के लिए एसपी के गनर भी दौड़े, लेकिन इंसपेक्टर भाग निकले।