∆∆•• विश्व हिन्दी सम्मेलन मारीशस में भारत का प्रतिनिधित्व कर चुके गंवई माटी के कवि अष्टभुजा…
Category: रचनाएं
श्री परशुराम स्तोत्रम् : रचना- संस्कृति चतुर्वेदी
रेणुकागर्भसंभूतं जमदग्निसुतं वरं धर्मसंरक्षणार्थायावतीर्णं तं नमाम्यहम्।१। शस्त्रशास्त्रप्रवीणं तं साधकं नीतिसर्जकम्। द्विजं परशुरामं तं विनिर्लिप्तं नमाम्यहम् ।२।…
चलो सभी मतदान करो……रचनाकार- डॉ.अजीत मणि त्रिपाठी (पत्रकार)
लोकतंत्र के महापर्व पर, सब मिलकर संधान करो। स्वस्थ लोकतंत्र के खातिर, आओ अब अभियान करो।…
चलो चलकर करें दर्शन, अवध में राम आये हैं
डॉ. उमाशंकर चतुर्वेदी “कंचन” वाराणसी चलो चलकर करें दर्शन, अवध में राम आये हैं अनेकों कवि,सुकवि…